Karwa Chauth Puja Vidhi: ठीक 2 दिनों बाद करवा चौथ का पावन पर्व मनाया जाएगा। सभी सुहागन महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रख करवा चौथ की पूजा करेंगी। अपने सुहाग के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना के लिए ज्यादातर महिलाएं करवा चौथ का निर्जला व्रत रखती हैं। इस साल 1 अक्टूबर के दिन करवा चौथ का व्रत रख महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा की कामना करेंगी। इसलिए आइए जानते हैं करवा चौथ पूजा की सम्पूर्ण विधि और पूजन सामग्री की पूरी लिस्ट

करवा चौथ पूजा विधि
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाएं और स्नान आदि कर सूर्योदय से पहले सरगी का सेवन करें। देवी देवताओं को प्रणाम कर व्रत रखने का संकल्प लें। करवा चौथ मैं विशेष तौर पर संध्या पूजन की जाती है। शाम से पहले ही गेरू से फलक पूजा स्थान पर बना लें। फिर चावल के आटे से फलक पर करवा का चित्र बनाएं। इसके बजाय आप प्रिंटेड कैलेंडर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।

संध्या के समय शुभ मुहूर्त में फलक के स्थान पर चौक स्थापित करें। अब चौक पर भगवान शिव और मां पार्वती के गोद में बैठे प्रभु गणेश के चित्र की स्थापना करें। मां पार्वती को श्रृंगार सामग्री अर्पित करें और मिट्टी के करवा में जल भर कर पूजा स्थान पर रखें। अब भगवान श्री गणेश, मां गौरी, भगवान शिव और चंद्र देव का ध्यान कर करवा चौथ व्रत की कथा सुनें। चंद्रमा की पूजा कर उन्हें अर्घ्य दें। फिर छलनी की ओट से चंद्रमा को देखें और उसके बाद अपने पति का चेहरा देखें। इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत का पारण किया जाता है। घर के सभी बड़ों का आशीर्वाद लेना न भूलें

करवा चौथ पूजा सामग्री 
मिट्टी या तांबे का करवा और ढक्कन, पान, सींक, कलश, अक्षत, चंदन, फल, पीली मिट्टी, फूल, हल्दी, लकड़ी का आसान,, देसीघी,कच्चा, दूध, दही, शहद, शक्कर का बूरा, रोली, मौली, मिठाई, चलनी या चलनी 

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

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