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माधव मास कहलाता है यह माह, जल दान का है विशेष महत्व

वैशाख मास का एक नाम माधव मास भी है। वैशाख माह में जप, तप, हवन, स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस पवित्र मास में भगवान श्री हरि विष्णु की उपासना विशेष फलदायी है। वैशाख मास में भगवान श्री हरि विष्णु के माधव स्वरूप का पूजन करने के साथ ओम माधवाय नम: का जाप करें। कहा जाता है कि वैशाख माह में एक हाथ से किया गया दान हजारों हाथों से दिए गए दान के बराबर लौटकर आता है।

वैशाख माह में जल दान करें। इस माह श्रद्धाभाव से जप, तप, हवन, स्नान, दान आदि शुभ कार्य करने से अक्षयफल प्राप्त होता है। इस मास में जरूरतमंद लोगों को जल, गुड़, सत्तू, तिल आदि का दान करने से भगवान श्री हरि विष्णु प्रसन्न होते हैं। पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और समस्त पाप मिट जाते हैं। वैशाख मास में सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करें। वैशाख मास में घट दान, यानी मिट्टी का घड़ा दान करने का भी विधान है। इस माह गीता पाठ अवश्य करें। वैशाख मास में कथा का आयोजन कराना बहुत कल्याणकारी माना गया है। इस माह में मनुष्यों और पशु-पक्षियों को अन्न, जल का दान अवश्य करें। वैशाख मास में दिन में सोना वर्जित माना गया है। वैशाख माह में दो बार से ज्यादा भोजना करना अनुचित माना गया है। इस माह सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए। इस माह सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। इस माह में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। वैशाख में सत्तू का दान करना बहुत अच्छा माना जाता है। 

इस आलेख में दी गईं जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया।