शबरी जयंती- हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को शबरी जयंती मनाई जाएगी। इस दिन देवी शबरी और भगवान राम की पूजा की जाती है। इस साल शबरी जयंती 13 फरवरी, 2023 को है। इस दिन मोक्ष की प्राप्ति के लिए देवी शबरी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शबरी भगवान राम की बहुत बड़ी भक्त थी। एक बार भगवान राम शबरी से मिलने के लिए आए। उस वक्त शबरी के पास भगवान राम को खिलाने के लिए सिर्फ बेर के फल ही थे। शबरी को लगा कि कहीं बेर खट्टा न हो इसीलिए उसने सभी बेर चखने शुरू कर दिए। खट्टे बेर वह खुद खाती और बेर मीठे होने पर बचा हुआ हिस्सा भगवान राम को खाने के लिए दे देती। उसकी भक्ति देखकर भगवान राम बहुत प्रसन्न हुए और अंत में उसे मोक्ष की प्राप्ति हुई।
कुंभ संक्रांति- इस दिन सूर्य अपनी राशि परिवर्तन कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है। कुंभ संक्रांति के दिन सूर्यदेव की उपासना करनी चाहिए। इससे व्यक्ति को सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। इस साल 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति मनाई जाएगी। इस दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करना बेहद लाभकारी साबित होता है।
विजया एकादशी- स्कंदपुराण के अनुसार रावण को हराने और लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए भगवान राम ने विजया एकादशी का व्रत किया था। इस दिन व्रत की कथा सुनने मात्र से मनुष्य को उसके सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस साल 16 और 17 फरवरी दोनों दिन विजया एकादशी मनाई जाएगी। विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूरे विधि विधान के साथ पूजा करनी चाहिए।
इस सप्ताह का राहुकाल-
10 फरवरी- सुबह 11:13 से लेकर दोपहर 12:35 तक।
11 फरवरी: सुबह 09:49 से लेकर 11:12 तक।
12 फरवरी: शाम 04:45 से लेकर शाम 06:09 तक।
13 फरवरी: सुबह 08:25 से लेकर सुबह 09:48 तक।
14 फरवरी: शाम 03:23 से लेकर 04:47 तक।
15 फरवरी: दोपहर 12:35 से लेकर दोपहर 01:59 तक।
16 फरवरी: दोपहर 01:59 से लेकर शाम 03:24 तक।