वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल 21 जनवरी, शनिवार को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस बार शनिवार के दिन मौनी अमावस्या पड़ने के कारण इसे शनिश्चरी अमावस्या भी कहा जा रहा है। इस दिन शनि मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। वाणी में शुद्धता लाने के लिए इस दिन स्नान से पूर्व मौन व्रत धारण किया जाता है।
विनायक चतुर्थी- हर मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। इस मास विनायक चतुर्थी के मौके ओर कई शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों को ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद मिलता है।
बंसत पंचमी- इस साल 26 जनवरी को बंसत पंचमी का पावन पर्व मनाया जाएगा। इस दिन ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन स्नान करने के बाद पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। इस दिन किसी भी काम की शुरुआत करने बेहद शुभ माना जाता है।
राहुकाल-
वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु एक अशुभ ग्रह है। जिसके प्रभाव के कारण शुभ कार्य बाधित होते हैं। कोई भी नया काम शुरू करने से पूर्व राहुकाल पर विचार कर लेना बेहद आवश्यक है। आइए जानते हैं इस सप्ताह का अशुभ राहुकाल।
20 जनवरी- सुबह 11:13 मिनट से लेकर दोपहर 12:32 मिनट तक।
21 जनवरी- सुबह 09:53 मिनट से लेकर 11:13 मिनट तक।
22 जनवरी- शाम 04:32 मिनट से लेकर 05:52 मिनट तक।
23 जनवरी- सुबह 08:33 मिनट से लेकर 09:53 मिनट तक।
24 जनवरी- दोपहर 03:13 मिनट से लेकर 04:33 मिनट तक।
25 जनवरी- दोपहर 12:33 मिनट से लेकर 01:54 मिनट तक।
26 जनवरी- दोपहर 01:54 मिनट से लेकर 03:14 तक।