Dhanteras: धनत्रयोदशी यानी धनतेरस कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस के साथ पांच दिवसीय दीपावली के पर्व का आरंभ हो जाता है, जो भाई दूज तक चलता है। इस बार यह त्योहार पांच दिन की बजाए छह दिन का पड़ रहा है। वहीं, धनतेरस 10 नवंबर को पड़ रहा है। 13 नवंबर को स्नान दान श्राद्ध की सोमवती अमावस्या पड़ रही है। इसलिए इस दिन त्योहार, शुभ कार्य व पूजन नहीं हो सकता है।

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धनत्रयोदशी या कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस के रूप में मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर शुक्रवार को दिन में 12:35 से शुरू होकर 11 नवंबर को दिन में 1:57 बजे तक रहेगी। धनतेरस के दिन पूजा प्रदोष काल में होती है। इसलिए धनतेरस 10 नवंबर को मनेगा। धनतेरस पर शुक्र चंद्रमा कन्या राशि में होंगे। धनतेरस पर इस बार कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इस दिन व्यापारियों को अपार धन लाभ करवाने वाला हस्त नक्षत्र भी रहेगा। हस्त नक्षत्र में अधिक व्यापार का योग बन रहा है। हस्त नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा है। इस हस्त नक्षत्र में की जाने वाली खरीदारी भी बहुत शुभ मानी जाती है। स्थायी संपत्ति और भवन दिलाने वाले शनि भी मार्गी अवस्था में धनतेरस पर 30 साल बाद अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में होंगे।

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धनतेरस उपाय 
ज्योतिषाचार्य पं. आनंद दुबे ने बताया कि इस दिन धनाध्यक्ष कुबेर की पूजा व धन्वंतरि जयंती भी होती है। इस दिन आयुर्वेद के जन्मदाता भगवान धनवंतरी का समुद्र मंथन से प्राकट्य हुआ था। भगवान धन्वंतरि की पूजा कर उनसे आरोग्य की कामना की जाती है। इस दिन यमदीप दान किया जाता है। शाम को आटे या मिट्टी के दीपक में तेल डालकर चार बत्तियां जलाकर मुख्य द्वार पर रखा जाता है। इस दीपदान से असामयिक मृत्यु का भय समाप्त होता है। इस दिन बर्तन, चांदी, सोना, वाहन, प्रापर्टी, इलेक्ट्रानिक, वस्त्र आदि खरीदना शुभ व समृद्धि कारक होता है।

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धनतेरस का शुभ मुहुर्त
खरीदारी करने के लिए इस साल धनतेरस का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर शुक्रवार को दिन में 12:35 से शुरू होकर 11 नवंबर शनिवार को दिन में 1:57 बजे तक रहेगा।
अति शुभ मुहूर्त- प्रदोष काल शाम 5:16 से 7:54 (शुभ)
वृषभ लग्न शाम 5:21 से 7:17 बजे तक
शुभ चौघड़िया मुहूर्त 10 नवंबर
अपराह्न मुहूर्त (चर)- 3:56 से 5:18 बजे
अपराह्न मुहूर्त (शुभ)- 12:35 से 1:12 बजे
रात्रि मुहूर्त (लाभ)- 8:34 से 10:12 बजे
रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर)- 11:50 से 4:44 बजे (11 नवंबर)
धनत्रयोदशी में व्याप्त शुभ चौघड़िया मुहूर्त- 11 नवंबर
सुबह मुहूर्त (शुभ)- 7:44 से 9:06 बजे
अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत)- 11:50 से 1:57 बजे
धनतेरस में पूजा का शुभ मुहूर्त- प्रदोष काल शाम 5:18 से 7:55
वृषभ लग्न शाम 5:35 से 7:32 बजे तक

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त्योहार डेट   
10 नवंबर- धनतेरस
11 नवंबर- नरक चतुर्दशी व हनुमान जयंती
12 नवंबर- दीपावली
13 नवंबर- स्नान दान श्राद्ध की सोमवती अमावस्या
14 नवंबर- गोवर्धन पूजा
15 नवंबर- भाई दूज व चित्रगुप्त पूजन

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डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।