सूर्य ग्रहण: इस साल आश्विन मास की अमावस्या तिथि पर साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कंकण सूर्य ग्रहण कहलाएगा, जो भारत में मान्य नहीं माना जाएगा। ग्रहण के दौरान सूतक काल लगता है और पूजा-पाठ करना निषेध माना जाता है। वहीं, साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल के दिन लगा था। इसलिए आइए जानते हैं इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कब, कितने समय के लिए और कहां लगने वाला है साथ ही ये भी जानें इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं-

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कब लगेगा ग्रहण?
2023 का आखिरी सूर्य ग्रहण शनिवार के दिन 14 अक्टूबर 2023 को लगने वाला है। ज्योतिष विद्या के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण आश्विन मास की अमावस्या तिथि पर लगेगा। 14 अक्टूबर के दिन रात 8 बजकर 34 मिनट पर साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की शुरुआत होगी, जो मध्य रात्रि 2 बजकर 26 मिनट तक रहने वाला है।

सूतक काल 
ज्योतिष विद्या के अनुसार, सूर्य ग्रहण लगने के लगभग 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है, जो ग्रहण के खत्म होने तक रहता है। इसलिए 14 अक्टूबर के दिन सुबह 8 बजकर 33 मिनट से सूतक काल शुरू हो जायेगा, जो गृहण के खत्म होने तक रहेगा। सूतक काल के दौरान पूजा-पाठ नहीं करनी चाहिए और न ही भगवान को स्पर्श करना चाहिए। 

सूर्यग्रहण के दौरान क्या न करें?
जिन जगहों पर ग्रहण दिखेगा वहां पर सूतक 12 घण्टे पूर्व लग जाएगा। सूतक काल में वृद्ध और बीमार लोगों को छोड़ कर भोजन आदि करने से बचें। ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को फल सब्जी आदि काटने एवं नुकीली वस्तु के प्रयोग से बचना होगा। 

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सूर्य ग्रहण कहां लगेगा?
यह सूर्यग्रहण अमेरिका, मैक्सिको, ब्राजील, कोलंबिया आदि देशों में दिखाई देगा। भारत में कहीं भी यह ग्रहण नहीं दिखेगा। भारतीय समय के अनुसार रात्रि 08:34 बजे इस ग्रहण का प्रारंभ होगा तथा यह ग्रहण 15 अक्तूबर के दिन रात्रि 02:26 बजे समाप्त होगा। भौगोलिक स्थिति के अनुसार, यह कंकण सूर्य ग्रहण भारतवर्ष में कहीं भी दिखाई नहीं देगा।

सूर्यग्रहण के दौरान क्या करें?
ग्रहण काल में भगवान श्री कृष्ण जी के नाम का स्मरण करते रहें। ग्रहण के पूर्व गर्भवती महिलाओं एवं अन्य जीव जन्तु और वस्तुओं पर गेरू डाल दें। पानी, भोजन आदि में तुसली पत्र डाल दें। ग्रहण के बाद स्नान आदि निवृत होकर यथा शक्ति दान दें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।