Navratri 3rd day 2022, Maa Chandraghanta: शारदीय नवरात्रि का आरंभ हो चुका है। इस साल नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो चुके हैं, जो 24 अक्टूबर तक चलेंगे। दुर्गा माता का रूप मानी जाती है चंद्रघंटा माता। नवरात्रि का तीसरा दिन माता चंद्रघंटा को समर्पित है। पूरे विधि-विधान से माता चंद्रघंटा की उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसलिए आइए जानते हैं माता चंद्रघंटा की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और पसंदीदा भोग के बारे में-

पूजन मुहूर्त 
ब्रह्म मुहूर्त -04:42 ए एम से 05:32 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:07 ए एम से 06:22 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:44 ए एम से 12:29 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:01 पी एम से 02:47 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:51 पी एम से 06:16 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 05:51 पी एम से 07:06 पी एम
अमृत काल- 10:17 ए एम से 11:58 ए एम

चंद्रघंटा मां का पसंदीदा रंग- लाल 
चंद्रघंटा मां का पसंदीदा फूल- गुलाब और कमल  
चंद्रघंटा मां का पसंदीदा भोग-  दूध की खीर, दूध से बनी मिठाई 

पूजा-विधि
1- सुबह उठकर स्नान करें और मंदिर साफ करें 
2- दुर्गा माता का गंगाजल से अभिषेक करें।
3- मैया को अक्षत, लाल चंदन, चुनरी, सफेद और लाल पुष्प अर्पित करें।
4- सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक कर फल, फूल और तिलक लगाएं। 
5- प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
6- घर के मंदिर में धूपबत्ती और घी का दीपक जलाएं 
7- दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें 
8 – फिर पान के पत्ते पर कपूर और लौंग रख माता की आरती करें।
9 – अंत में क्षमा प्रार्थना करें।

चंद्रघंटा मां का मंत्र- 
ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥
ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:

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डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।