चंद्र दर्शन: मार्गशीर्ष माह में अमावस्या के बाद आज पहला चंद्र दर्शन होगा। इस दिन चंद्रमा को देखना बेहद शुभ माना जाता है। आज 25 नंवबर को इस माह का पहला चंद्र दर्शन होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या के बाद चंद्र दर्शन करने से मानसिक शांति मिलती है।
विनायक चतुर्थी: अमावस्या के बाद की चतुर्थी या शुक्ल पक्ष के दौरान अमावस्या को विनायक चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। इस माह में विनायक चतुर्थी रविवार 27 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन दुख हरता, मंगल कर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
विवाह पंचमी: मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम और देवी सीता का विवाह हुआ था। इस साल विवाह पंचमी का पर्व सोमवार 28 नंवबर को मनाया जाएगा।
चंपा षष्ठी: महाराष्ट्र में चंपा षष्ठी एक महत्वपूर्ण दिन है। यदि चम्पा षष्ठी शतभिषा नक्षत्र और वैधृति योग के साथ रविवार या मंगलवार पर मिलती है, तो यह बहुत शुभ माना जाता है। इस साल चंपा षष्ठी 29 नंवबर मंगलवार को मनाई जाएगी।
इस सप्ताह का अशुभ राहु काल-
वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु एक अशुभ ग्रह है। ग्रहों के संक्रमण के दौरान राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। इस समय पूजा, हवन या यज्ञ करना राहु के पापी स्वभाव के कारण बाधित होता है। कोई भी नया काम शुरू करने से पहले राहुकाल पर विचार करना जरूरी है। ऐसा करने से कार्य में किसी तरह की कोई बाधा नहीं आती है। इस सप्ताह के लिए राहु कलाम है।
25 नवंबर: सुबह 10:49 से दोपहर 12:08 तक
26 नवंबर: सुबह 09:30 से 10:49 तक
27 नवंबर: शाम 04:05 से 05:24 तक
28 नवंबर: सुबह 08:13 से 09:31 तक
29 नवंबर: दोपहर 02:47 से 04:05 शाम
30 नवंबर: दोपहर 12:10 से 01:28 बजे तक
1 दिसंबर: दोपहर 01:28 से 02:47 तक