पंचक समाप्त रात्रि 12 बजकर 04 मिनट पर। निशीथ काल व्यापिनी चतुर्दशी में बैकुंठ चतुर्दशी व्रत। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य दक्षिण गोल। शरद् ऋतु। सायं 04 बजकर 30 मिनट से सायं 06 बजे तक राहुकालम्।
06, नवंबर, रविवार। 15 कार्तिक (सौर) शक 1944, 20 कार्तिक मास प्रविष्टे 2079, 10, रवि-उस्मानी सन् हिजरी 1444, कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी सायं 04.29 बजे तक उपरांत चतुर्दशी, रेवती नक्षत्र रात्रि 12.04 बजे तक उपरांत अश्विनी नक्षत्र, वज्र योग रात्रि 11 बजकर 49 मिनट तक पश्चात सिद्धि (असृक) योग। तैतिल करण, चंद्रमा रात्रि 12.04 बजे तक मीन राशि में उपरांत मेष राषि।
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:28 AM
सूर्यास्त – 5:22 PM
चन्द्रोदय – Nov 06 4:13 PM
चन्द्रास्त – Nov 07 5:10 AM
आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त– 04:43 ए एम से 05:36 ए एम
- अभिजित मुहूर्त– 11:33 ए एम से 12:17 पी एम
- विजय मुहूर्त– 01:44 पी एम से 02:28 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त– 05:22 पी एम से 05:49 पी एम
- अमृत काल– 09:39 पी एम से 11:16 पी एम
- निशिता मुहूर्त– 11:29 पी एम से 12:22 ए एम, नवम्बर 07
- सर्वार्थ सिद्धि योग– 12:04 ए एम, नवम्बर 07 से 06:29 ए एम, नवम्बर 07
- रवि योग– 06:28 ए एम से 08:41 पी एम
आज के अशुभ मुहूर्त-
- राहुकाल- 04:01 पी एम से 05:22 पी एम
- यमगण्ड– 11:55 ए एम से 01:17 पी एम
- आडल योग– 06:28 ए एम से 08:41 पी एम
- विडाल योग– 08:41 पी एम से 12:04 ए एम, नवम्बर 07, 12:04 ए एम, नवम्बर 07 से 06:29 ए एम, नवम्बर 07
- दुर्मुहूर्त– 03:55 पी एम से 04:39 पी एम
- गुलिक काल– 02:39 पी एम से 04:01 पी एम
- पञ्चक– 06:28 ए एम से 12:04 ए एम, नवम्बर 07