13 अक्तूबर, शुक्रवार, 21 आश्विन (सौर) शक संवत् 1945, 27 आश्विन मास प्रविष्टे (पंजाब पंचांग) 2080, 27 रबिउल्लावल 1445, आश्विन कृष्ण चतुर्दशी (विक्रमी संवत्) रात्रि 09. 51 बजे तक पश्चात अमावस्या, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र दोपहर 02.11 मिनट तक। विष्टि (भद्रा) करण प्रात 08.53 मिनट तक। चंद्रमा कन्या राशि में (दिन-रात)। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य दक्षिण गोल। प्रात 10.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक राहुकालम्। चतुर्दशी का श्राद्ध। भद्रा प्रात 08.53 बजे तक।
सूर्योदय- 06:20 ए एम
सूर्यास्त- 05:54 पी एम
चन्द्रोदय- 05:46 ए एम, अक्टूबर 14
चन्द्रास्त- 05:16 पी एम
आज के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:41 ए एम से 05:31 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:06 ए एम से 06:20 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:44 ए एम से 12:30 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:03 पी एम से 02:49 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:54 पी एम से 06:19 पी एम
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 10:40 ए एम से 12:07 पी एम
यमगण्ड- 03:01 पी एम से 04:27 पी एम
आडल योग- 02:11 पी एम से 06:21 ए एम, अक्टूबर 14
विडाल योग- 06:20 ए एम से 02:11 पी एम
गुलिक काल- 07:47 ए एम से 09:14 ए एम
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कब से कब तक रहेगी चतुर्दशी-
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ – अक्टूबर 12, 2023 को 07:53 पी एम बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त – अक्टूबर 13, 2023 को 09:50 पी एम बजे
चतुर्दशी श्राद्ध मुहूर्त-
कुतुप मूहूर्त – 11:44 ए एम से 12:30 पी एम
अवधि – 00 घंटे 46 मिनट
रौहिण मूहूर्त – 12:30 पी एम से 01:17 पी एम
अवधि – 00 घंटे 46 मिनट
अपराह्न काल – 01:17 पी एम से 03:35 पी एम
अवधि – 02 घंटे 19 मिनट