17 अक्टूबर, मंगलवार, 25, आश्विन (सौर) शक संवत् 1945, 01, कार्तिक मास प्रविष्टे (पंजाब पंचांग) 2080, 01, रबिउल्सानी सन् 1445, आश्विन शुक्ल तृतीया (विक्रमी संवत्) रात्रि 01.27 मिनट तक पश्चात चतुर्थी, विशाखा नक्षत्र रात्रि 08.31 मिनट तक। तैतिल करण, चंद्रमा तुला राशि में दोपहर 02.20 मिनट तक उपरांत वृश्चिक राशि में। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य दक्षिण गोल। शरद् ऋतु। दोपहर 03 बजे से सायं 04.30 मिनट तक राहुकालम्। सूर्य की तुला संक्रांति। आकाश दीप दान प्रारंभ। श्री दुर्गा पूजा प्रारंभ।
सूर्योदय- 06:23 ए एम
सूर्यास्त- 05:50 पी एम
चन्द्रोदय- 08:38 ए एम
चन्द्रास्त- 07:22 पी एम
आज के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:42 ए एम से 05:33 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:08 ए एम से 06:23 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:43 ए एम से 12:29 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:01 पी एम से 02:47 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:50 पी एम से 06:15 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 05:50 पी एम से 07:05 पी एम
अमृत काल- 11:23 ए एम से 01:02 पी एम
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 02:58 पी एम से 04:24 पी एम
यमगण्ड- 09:15 ए एम से 10:40 ए एम
गुलिक काल- 12:06 पी एम से 01:32 पी एम
विडाल योग- 06:23 ए एम से 08:31 पी एम
वर्ज्य- 12:36 ए एम, अक्टूबर 18 से 02:14 ए एम, अक्टूबर 18
दुर्मुहूर्त- 08:40 ए एम से 09:26 ए एम
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