3 अक्तूबर, मंगलवार, 11 आश्विन (सौर) शक संवत् 1945,17 आश्विन मास प्रविष्टे (पंजाब पंचांग) 2080, 17 रबिउल्लावल सन् 1445, आश्विन कृष्ण पंचमी (विक्रमी संवत्) रात्रि 05.33 मिनट (सूर्योदय पूर्व) तक उपरांत षष्ठी, कृतिका नक्षत्र सायं 06.04 मिनट तक। सिद्धि योग, बालव करण, चंद्रमा वृष राशि में (दिन-रात)। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य दक्षिण गोल। शरद ऋतु। दोपहर 03 बजे से सायं 04.30 मिनट तक राहुकालम्। पंचमी का श्राद्ध।
सूर्योदय- 06:15 ए एम
सूर्यास्त- 06:05 पी एम
चन्द्रोदय- 08:47 पी एम
चन्द्रास्त- 10:16 ए एम
आज के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:38 ए एम से 05:26 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:02 ए एम से 06:15 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:46 ए एम से 12:34 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:08 पी एम से 02:56 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 06:05 पी एम से 06:30 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 06:05 पी एम से 07:18 पी एम
अमृत काल- 03:42 पी एम से 05:16 पी एम
निशिता मुहूर्त- 11:46 पी एम से 12:35 ए एम, अक्टूबर 04
सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:15 ए एम से 06:04 पी एम
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 03:08 पी एम से 04:36 पी एम
यमगण्ड- 09:12 ए एम से 10:41 ए एम
गुलिक काल- 12:10 पी एम से 01:39 पी एम
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