वैदिक ज्योतिष में, ग्रहों का गोचर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि वह का प्रमुख मार्ग हैं जिसके जरिए जीवन में परिवर्तन और प्रगति होती है। ग्रह दैनिक आधार पर चलते हैं और जिस दौरान वह कई राशियों और नक्षत्र से होकर गुजरते हैं। यह हमें की प्रकृति की विशेषता और होने वाली घटनाओं को समझने में सहायता करता है।
इस सप्ताह मनाए जाने वाले त्यौहार
गणधिप संकष्टी व्रत- इस साल गणधिप संकष्टी गणेश चतुर्थी 12 नवंबर को मनाई जाएगी। चतुर्थी तिथि 11 नंवबर रात 08:17 बजे 12 नंवबर दोपहर 10:25 तक है। परंपरागत रूप से, इस दिन व्रत रखना शुभ माना जाता है।
मासिक कालाष्टमी – यह भगवान भैरव को समर्पित एक हिंदू पर्व है। भगवान भैरव जो कि भगवान शिव के एक अवतार। इस साल यह पर्व 16 नंवबर को मनाया जाएगा।
मंडलकला- मंडला पूजा, भगवान अयप्पा की भक्तों की कठिन तपस्या का अंतिम दिन है। मंडला पूजा से 41 दिन पहले उपवास शुरू होता है। मंडला पूजा मलयालम कैलेंडर के अनुसार वृश्चिकम मास के पहले दिन मनाई जाती है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु एक अशुभ ग्रह है। राहु के प्रभाव में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
इस सप्ताह राहुकाल-
11 नवंबर: सुबह 10:44 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक
12 नवंबर: सुबह 09:23 से 10:44 तक
13 नवंबर: दोपहर 04:08 से 05:28 तक
14 नवंबर: सुबह 08:03 से 09:24 तक
15 नवंबर : दोपहर 02:47 से 04:07 तक
16 नवंबर : दोपहर 12:06 से 01:26 तक
17 नवंबर : दोपहर 01:26 से 02:46 तक